उत्तराखंड

डेंगू रोग पर रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग उत्तराखंड ने कसी कमर, दिए कड़े निर्देश

सचिव स्वास्थ्य डॉ राजेश कुमार ने जिलाधिकारियों को पत्र प्रेषित करते हुए कहा है कि जैसा कि आप विदित है कि वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही डेंगू रोग के प्रसारण की संभावना बढ़ जाती है।

Health: डेंगू रोग पर रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग उत्तराखंड ने कसी कमर, दिए कड़े निर्देश

स्वास्थ्य सचिव डॉ. राजेश कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को दिए कड़े निर्देश

देहरादून : डेंगू रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग उत्तराखंड ने अभी सी कमर कस ली है इसी क्रम में स्वास्थ्य सचिव डॉ राजेश कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर दिशा निर्देश जारी किए हैं कि डेंगू से बचाव व रोकथाम को लेकर अभी से पर्याप्त इंतजाम कर ले इसको लेकर किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाए।

सचिव स्वास्थ्य डॉ राजेश कुमार ने जिलाधिकारियों को पत्र प्रेषित करते हुए कहा है कि जैसा कि आप विदित है कि वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही डेंगू रोग के प्रसारण की संभावना बढ़ जाती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू रोगियों के समुचित उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चिकित्सालयो से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक उपचार प्रबंधन की व्यवस्था की गई है।

जुलाई माह के प्रारंभ से चिकित्सालयों में डेंगू रोग के लक्षण से संबंधित रोगी उपचार हेतु आने लगते हैं। कतिपय माध्यमों से यह संज्ञान में आ रहा है की डेंगू रोग जैसे लक्षणों के साथ कुछ रोगी चिकित्सालयों में आ रहे हैं, हालांकि वर्तमान तक किसी भी रोगी में डेंगू रोग की पुष्टि की सूचना किसी भी जनपद से प्राप्त नहीं है।

इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव डॉ राजेश कुमार ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि आप अपने स्तर से अपर जिलाधिकारी तथा उप जिलाधिकारियों को संबंधित चिकित्सालयों में डेंगू रोग की स्पष्ट स्थिति तथा चिकित्सकीय व्यस्थाओं के अनुश्रवण तथा समीक्षा, भौतिक रूप से भ्रमण कर शीघ्र अति शीघ्र किए जाने हेतु निर्देशित करना सुनिश्चित करें। संबंधित अधिकारी द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि डेंगू रोग के चिकित्सकीय प्रबंधन में किसी प्रकार की कमी न रहे, व चिकित्सालय प्रशासन को डेंगू उपचार प्रबंधन तंत्र को सुदृढ़ करने में पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाए।

स्वास्थ्य सचिव डॉ राजेश कुमार ने कहा कि हम भली भांति परिचित हैं डेंगू रोग महामारी का रूप लेने की प्रबल संभावना रखता है। इस को ध्यान में रखते हुए मेरा सभी जिलाधिकारियों से आग्रह है कि आप अपने स्तर से जनपद स्तरीय अधिकारियों की व चिकित्सालय प्रशासन की नियमित समीक्षा करें। व यह भी सुनिश्चित करें कि डेंगू रोग से बचाव व नियंत्रण की गतिविधियां अनिवार्य रूप से जनपद में गतिमान रहे। आप सभी के सम्मिलित प्रयास से विगत 3 वर्षों से राज्य में डेंगू रोग को पूर्णतया नियंत्रण में रखा गया है व इस वर्ष भी हम आशान्वित हैं कि डेंगू रोग का नियंत्रण आपकी प्राथमिकता रहेगा।

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