देहरादून : केदारनाथधाम में दर्शन करने आई युवती के साथ छेड़छाड़ करने वाले दरोगा व उसका सहयोग करने वाले चौकी इंचार्ज पर हुआ केस दर्ज
देहरादून : प्रदेश मे महिला उत्पीड़न के मामले थमने का नाम नही ले रहे हैं और अब तो ऐसा मामला सामने आया है जहां रक्षक मित्र पुलिस ही महिला उत्पीड़न मामले में दागदार हुई है । अब महिला उत्पीड़न के आरोप उन पर लग रहे है जिनको महिला सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है ।
मामला रुद्रप्रयाग का है यहां एक वर्ष पहले केदारनाथधाम घूमने आईं युवती को चौकी के महिला पुलिस कैंप मे रोक क़र शराब के नशे मे दरोगा द्वारा छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया था। युवती ने चौकी इंचार्ज केदारनाथ पर भी महिला पुलिस कैंप का दरवाज़ा बंद करने का आरोप लगाया था। अब एक साल बाद छेड़छाड़ के इस मामले मे मुकदमा दर्ज किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश निवासी एक युवती ने शिकायत क़र बताया कि वह पिछले वर्ष 2023 में 26 मई को पैदल कैदारनाथ दर्शन के लिए आयी थी। दर्शन करने के बाद उनको हेलीकाप्टर से वापस आना था। परन्तु मौसम ख़राब होने की वजह से हेलीकाप्टर सेवा बंद हो गई। जिस कारण उन्होंने वही रुक क़र होटल तलाश किए। होटल खाली ना मिलने के बाद उन्होंने चौकी प्रभारी कैदारनाथ अंजुल रावत से सम्पर्क किया। चौकी प्रभारी ने उनको महिला पुलिस पुलिस कैंप मे रुकने को कहा और आश्वासन दिया कि उनके साथ एक महिला कांस्टेबल भी रुकेगी। लेकिन देर रात तक कोई महिला कांस्टेबल वहां नहीं आयी। परन्तु कुछ देर बाद शराब के नशे मे वहां उपस्थित दरोगा कुलदीप सिंह ने युवती के साथ गंदी हरकते की।
युवती ने आरोप लगाया है कि ज़ब उसने अपने परिजनों को फ़ोन मिलाने का प्रयास किया तो दरोगा कुलदीप उसके साथ ज़बरदस्ती करने लगा और चौकी प्रभारी अंजुल रावत ने बाहर से महिला कैंप का दरवाज़ा बंद कर दिया जिससे युवती वहां से भाग न सके।
जिसके बाद बड़ी मुश्किल से युवती ने दरोगा के चंगुल से खुद को छुड़ाकर कैंप से बाहर निकल क़र अपनी जान बचाई। अब एक साल बाद सोनप्रयाग पुलिस ने मंजुल रावत व कुलदीप सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ की धाराओ मे मुकदमा दर्ज कर दोनों को सस्पेंड भी क़र दिया है।