फर्जी प्रमाणपत्र : फर्जी प्रमाणपत्रों से डाक विभाग में नौकरी पाने वाली आरोपी युवती पर मुकदमा दर्ज
उत्तराखंड: खबर अल्मोड़ा से है यहां डाक विभाग की भर्ती में एक महिला अभ्यर्थी ने फर्जी प्रमाणपत्रों के जरिये नौकरी प्राप्त कर ली। डाक विभाग द्वारा जब सत्यापन कराया गया तो फर्जीवाड़े का पता चला। फर्जी प्रमाणपत्र के जरिए सरकारी नौकरी हासिल करने का यह मामला अल्मोड़ा की टीम्टा शाखा का है जहां हरियाणा निवासी युवती ज्वाइनिंग होनी थी लेकिन वह जॉइनिंग के लिए अल्मोड़ा नहीं पहुंची। विभाग ने मामले की शिकायत हरियाणा पुलिस को की।
हरियाणा पुलिस की रिपोर्ट पर कोतवाली अल्मोड़ा में भी फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्ति पाने वाली आरोपी युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
अल्मोड़ा मंडल के डाक अधीक्षक राजेश कुमार बिनवाल ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी युवती मोनू पुत्री राजबीर निवासी रामपुर जनौला गुरुग्राम हरियाणा ने भारत सरकार संचार मंत्रालय की विज्ञप्ति पर ऑनलाइन भर्ती के लिए आवेदन किया था। अगस्त 2022 में चयन के बाद आरोपी युवती को अल्मोड़ा की टिम्टा शाखा में डाकपाल पद पर कार्यभार संभालना था। आरोपी युवती के राज्य स्कूल परीक्षा बोर्ड (सेकेंडरी) और उच्चतर माध्यमिक परीक्षा बोर्ड चेन्नई के अंक पत्रों के भौतिक सत्यापन की जांच शुरू हुई तो युवती के प्रमाणपत्र फर्जी निकले। फर्जी प्रमाणपत्रों की पोल खुलने की भनक लगने पर आरोपी युवती टिम्टा शाखा डाकघर में ज्वाइनिंग के लिए नहीं पहुंची।
फर्जी प्रमाणपत्रों द्वारा नियुक्ति पर डाक विभाग ने कार्रवाई करते हुए युवती के खिलाफ गुरुग्राम हरियाणा पुलिस में शिकायत की। हरियाणा पुलिस ने आख्या अल्मोड़ा भेजी। डाक अधीक्षक आरके बिनवाल की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बता दें कि फर्जी दस्तावेजों से सरकारी नौकरी में नियुक्ति पाकर डाकपाल बनने का यह पहला मामला नहीं है बल्कि तीसरा मामला है। इससे पहले भी 16 दिसम्बर को फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी हासिल करने के आरोप में जागेश्वर के पनुवानौला उप डाकघर और 19 जनवरी को स्यालीधार में तैनात रहे डाकपाल के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।