उत्तराखंड

निगम में लाखों के घोटाले, वन निगम के तीन कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

लालकुआं से मुकेश कुमार। वन विकास निगम में हुए लाखों के घोटाले मामले में प्रभागीय विक्रय प्रबंधक ने स्थानीय कोतवाली में वन निगम के तीन कर्मचारियों के खिलाफ अमानत में खयानत के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया है।

वन विकास निगम के प्रभागीय विक्रय प्रबंधक अनिल कुमार सिंह द्वारा दी गई तहरीर में कहा गया है कि वन निगम के डिपो संख्या 5 में 8 लाख 77 हजार पांच सौ रुपए राजस्व क्षति हुई है, जिसे लेकर उनके द्वारा उक्त मामले में एसएसपी नैनीताल को तहरीर दी गयी है।

जिसमें बताया गया है कि दिनांक 17- 6- 2023 को प्रकाष्ठ की नीलामी संपन्न हुई थी। नीलामी के उपरांत क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम हल्द्वानी द्वारा संपन्न हुई नीलामी से संबंधित प्रपत्रों की जांच की गई तो जांच के दौरान प्रपत्रों में काफी अनियमितताएं पाई गई।

लोंटों की नीलामी में प्रभागीय विक्रय प्रबंधक द्वारा विक्रय की गई लौट की वास्तविक धनराशि एवं डिपो कार्यालय से क्रेताओं को प्रेषित अनुमोदन पत्र में अंकित धनराशि एवं लौट के बिलों में अंकित धनराशि में अंतर पाया गया, कुल 17 लाख 94 हजार हजार 5 सौ रुपये में बिक्री की गई लकड़ी एवं डिपो के उक्त कार्मिकों द्वारा कूट रचित तरीके से हेरा फेरी करते हुए धनराशि रुपए 9 लाख 17 हजार रुपये का बिल बना दिया।

समस्त विक्रय लौटों की निकासी डिपो से कर दी गई। डिपो के उक्त कार्मिकों द्वारा गलत इनवॉइस तैयार कर क्रेताओं को अनुचित लाभ पहुंचाते हुए धनराशि 877500 की राजस्व की वन विकास निगम को क्षति पहुंचाई है।

उक्त प्रकरण में प्रथम दृष्टिया जांच करने पर डिपो में कार्यों को संपादित करने वाले कार्मिक गिरीश जोशी स्कॉलर पुत्र हरी दत्त जोशी निवासी विकासपुरी नंबर दो बिंदुखत्ता, कार्मिक अनिकेत धनगर कंप्यूटर ऑपरेटर पुत्र कैलाश पाल निवासी गली नंबर 2 धान मिल मोरारजी नगर बरेली रोड हल्द्वानी, एवं डिपो कार्यालय में कार्य कर रहे कार्मिक प्रताप सिंह बिष्ट स्कॉलर पुत्र रमेश सिंह बिष्ट निवासी संजय नगर बजरी कंपनी लालकुआं की संलिप्तता दर्शित होती है।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली लालकुआं में प्राथमिकी पंजीकृत करने को दी गई है। कोतवाली पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 409 और 420 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर तफ्तीस शुरू कर दी है।

कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक डीआर वर्मा का कहना है कि वन विकास निगम द्वारा दी गई तहरीर में मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है। जल्द ही गिरफ्तारी की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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