देहरादून Breaking: लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली 24 वर्षीय युवती का सूटकेस में बन्द शव 3 महिने बाद हुआ बरामद

देहरादून : पटेलनगर पुलिस ने एक दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा किया है यहा से 3 महीने से लापता 24 वर्षीय युवती का शव आरोपी की निशानदेही पर सुटकेस में बन्द सड़ी गली अवस्था मे आशारोड़ी के जंगलों में बरामद हुआ है। अब तीन महीने बाद उसकी हत्या की दर्दनाक कहानी 3 महीने बाद पकड़े गए आरोपी प्रेमी से पूछताछ में सामने आई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देहरादून में लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे एक आरोपी प्रेमी द्वारा प्रमिका की पहले तो बेहरमी से हत्या की गई उसके बाद प्रेमिका के शव को एक सूटकेस में बंद कर देहरादून के सहारनपुर रोड पर आशारोड़ी के जंगल में ठिकाने लगा दिया।
रविवार 31 मार्च को पुलिस ने जंगल से सूटकेस के अंदर से लड़की का पूरी तरह से सड़ा गला शव बरादम किया है। एसएसपी अजय सिंह ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी राशिद(23) पुत्र मुर्सलीन निवासी बागोवाली थाना नई मंडी जिला मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार कर लिया है ।
आपको बता दें कि 29 जनवरी को मृतका युवती की मां वादिनी शहरुल पत्नी जहीर हसन निवासी जमालपुर कला, हरिद्वार ने पटेलनगर थाने में शिकायत दर्ज की थी कि उनकी 24 वर्षीय बेटी शहनूर कई दिनों से लापता है। वह देहरादून में ही आईएसबीटी के पास संस्कृति लोक कॉलोनी में एक किराए के कमरे में रहती थी। जिसके बाद से ही पुलिस लगातार इस मामले में युवती की खोजबीन में जुटी थी।
30 मार्च को आरोपी देहरादून कमरे से अपना सामान लेने पहुंचा जहां पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बागोवाली में मोटरसाइकिल रिपेयरिंग का काम करता था। वर्ष 2017-18 में उसकी पहचान मोबाइल फोन के माध्यम से शहनूर से हुई थी। उसके बाद से ही वे लगातार एक दूसरे के संपर्क में थे। सितंबर 2023 में वह शहनूर से मिलने देहरादून आया और उसके बाद संस्कृति लोक कॉलोनी आईएसबीटी के पास एक कमरा किराए पर लेकर दोनों साथ में रहने लगे।
आरोपी राशिद ने बताया कि मृतका शहनूर ने उसे बताया था कि वह ब्यूटी पार्लर में काम करती थी। लेकिन ब्यूटीपार्लर का पता पूछने पर हमेशा टाल देती थी। वह हमेशा रात में देरी से घर आती थी और कई बार तो अगले दिन सुबह कमरे पर आती थी। आरोपी ने बताया कि उसे शक था कि मृतका शहनूर का किसी से संबंध है इसलिए वह देरी से आती है। आरोपी ने बताया कि 27 दिसंबर को भी वह सुबह 2 बजे कमरे पर आई तो इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया और शहनूर ने उसे थप्पड़ मार दिया। थप्पङ लगने से तिलमिला कर आवेश में उसने शहनूर का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
आरोपी ने बताया कि घटना के बाद अगले दिन वह शहनूर की स्कूटी लेकर पटेल नगर लालपुल की तरफ गया, जहां से उसने शहनूर के ही एटीएम कार्ड से 17 हजार रुपये भी निकाले। उसके बाद लाल रंग का एक बड़ा सूटकेस खरीदा और शहनूर के शव को सूटकेस में रखकर जंगल में फेंक दिया। इसके बाद वह पकड़े जाने के डर से शहनूर की स्कूटी ,मोबाइल और एटीएम कार्ड लेकर अपने गांव बागोवाली मुजफ्फरनगर चला गया और वहां से अपनी बहन के घर विद्यानंद कॉलोनी पानीपत चला गया था जहां वह पिकअप गाड़ी में हेल्पर का काम कर रहा था। घटना के 3 महीने बाद 30 मार्च को वह संस्कृति लोक कॉलोनी के कमरे में अपना सामान लेने पहुंचा था जहां से उसे पुलिस ने धर दबोचा।