1999 में कारगिल युद्ध के दौरान देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों की बहादुरी और वीरता को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल 26 जुलाई को पूरे देश में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। यह दिन ऑपरेशन विजय में देश की जीत का जश्न मनाता है, जो पाकिस्तान पर एक महत्वपूर्ण सैन्य जीत थी। इस वर्ष कारगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ है।
पर्यटन विभाग उत्तराखंड द्वारा रूडकी में आयोजित “हेरिटेज टूर ट्रेनिंग गाइड” में छात्र एवं छात्राओं को विरासत एवं पर्यटन से सम्बंधित जानकारिया दी जा रही है। इसी कड़ी में छात्र एवं छात्राओं को रूड़की कैंट का भ्रमण करवाया गया।
कारगिल युद्ध के शहीद नायकों को श्रद्धांजलि देने और कारगिल विजय दिवस मनाने के लिए भारतीय सेना ने रूड़की कैंट में पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया। समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराना, कारगिल शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखना शामिल था।
सेवारत सैनिकों और रूड़की में बसे बड़े पूर्व सैनिक (ईएसएम) समुदाय और एनसीसी कैडेटों , “हेरिटेज टूर ट्रेनिंग गाइड” के छात्र एवं छात्राओं और समर्पित मीडिया सोसाइटी की टीम द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
सैनिकों और उनके परिवारों ने भी कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मोमबत्तियाँ जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने हमें अपना सिर ऊंचा रखने का कारण दिया। प्रशिक्षुओं ने आर्मी कैंट भ्रमण के दौरान म्यूजियम, धरोहर का दौरा किया. सभागार में एसएसए में वीरता पुरस्कार विजेताओ की वीरता भरी कहानिया सुनकर प्रेरणा ली.
हेरिटेज टूर गाइड की ट्रेनिंग का समापन २८ जुलाई को “सिचाई अनुसन्धान संसथान” रूडकी में होगा।”टूरिज्म एवं हॉस्पिटैलिटी स्किल कॉउंसिल” द्वारा चलाये जा रहे इस ट्रेनिंग का क्रियान्वन समर्पित मीडिया सोसाइटी द्वारा किया जा रहा है।
सोसाइटी की सचिव सीमा शर्मा ने बताया कि पर्यटन विभाग की “हेरिटेज टूर ट्रेनिंग गाइड” की अगली ट्रेनिंग कोटद्वार में १० अगस्त से शुरू होगी।