देहरादून : अब इस पूर्व कैबिनेट मंत्री व स्टार प्रचारक नेता ने कांग्रेस को झटका देते हुए पार्टी से दिया इस्तीफा

देहरादून – उत्तराखंड कांग्रेस में नेताओं के इस्तीफा देने व पार्टी छोड़ने का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है थमता हुआ कहीं नजर नही आ रहा है । इस सिलसिले को बरकरार रखते हुए दिग्गज नेता दिनेश अग्रवाल ने लोकसभा वोटिंग शुरू होने के चंद दिन पहले पार्टी से त्यागपत्र दे दिया ।
लोकसभा चुनाव का जहां एक तरफ अन्य पार्टियां प्रचार प्रसार कर रही हैं वहां कांग्रेस आये दिन नेताओं के इस्तीफे जमा कर रही हैं। पार्टी के दिग्गज नेता एक एक कर पार्टी का दामन छोड़ रहे हैं। राष्ट्रीय पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस के लिए अपनी साख बचाना चुनौती बनता जा रहा है। वहीं लोकसभा चुनाव शुरू होने के महज 13 दिन पहले दिनेश अग्रवाल ने भी पार्टी का साथ छोड़ दिया है। दिनेश अग्रवाल ने कहा कि जहाँ सम्मान ना मिले वहां रहना उचित नहीं। वही कुछ दिन पहले कांग्रेस के नेता एसपी सिंह ने निजी कारणों से त्यागपत्र देने को कारण बताया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि दिनेश अग्रवाल भी शीघ्र ही भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।
बता दें कि दिनेश अग्रवाल प्रदेश कांग्रेस संगठन से लंबे समय से नाराज चल रहे थे। संगठन में जिला व महानगर स्तर पर की गई नियुक्तियों को लेकर उन्होंने कुछ दिन पहले भी नाराजगी जताई थी। इसके बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने उनके आवास पहुंचकर लगभग तीन घंटे तक उनसे वार्ता भी की थी जिसके बाद अग्रवाल की नाराजगी दूर हुई, लेकिन इस मामले में प्रदेश संगठन और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने जिस प्रकार दूरी बनाए रखी, उससे अग्रवाल ने पार्टी से अलग राह लेने का निर्णय किया।
दिनेश अग्रवाल 1993 और 1996 में उत्तर प्रदेश के समय देहरादून विधानसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हरबंस कपूर से हार गए। राज्य बनने के बाद 2002 व 2007 में लगातार दो चुनाव में उन्होंने लक्ष्मण चौक सीट पर नित्यानंद स्वामी को हराया। फिर 2012 में धर्मपुर विधानसभा सीट पर प्रकाश ध्यानी को हराकर विधायक बने। 2017 के चुनाव में वह भाजपा के विनोद चमोली से हार गए। इसके बाद 2018 में मेयर नगर निगम का चुनाव भी हार गए।
दिनेश अग्रवाल ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को संक्षिप्त पत्र में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने का उल्लेख किया है। चर्चा है कि दिनेश अग्रवाल शीघ्र ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं।