देहरादून ( CRIME) : स्टॉक ट्रेडिंग में मुनाफा का झांसा देकर 80 लाख की ठगी करने वाले 2 और अभियुक्त दिल्ली से गिरफ्तार

उत्तराखंड: – देहरादून निवासी वादी को स्टॉक ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने का लालच देकर व्हाट्सएप्प ग्रुप में जोड़कर व लिंक भेजकर एक एप्प डाउनलोड करवाकर खाता खुलवाने व भारी मुनाफा कमाने का लालच देकर 80 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में एसटीएफ़ देहरादून द्वारा 2 और अभियुक्तो को दिल्ली के आईटीओ से गिरफ्तार किया हैं। एसटीएफ द्वारा इससे पूर्व मामले में एक मुख्य आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 आयुष अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून निवासी शिकायतकर्ता फेसबुक के माध्यम से एक व्हाट्सएप ग्रुप “टी रो प्राइस स्टॉक पुल अप ग्रुप ए 82” में जुड़ा जहां स्टॉक ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी जा रही थी। कुछ व्यक्तियों द्वारा वादी से संर्पक कर स्वयं को इंदिरा सिक्योरिटीज कम्पनी का कर्मी बताकर वादी का एक खाता खुलवाया गया एवं अन्य व्हाट्सएप ग्रुप इंदिरा कस्टमर केयर में जोड़कर वादी को एक एप डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजा, जिसमें स्टॉक ट्रेडिंग में निवेश कर लाभ कमाने के नाम पर ठगो द्वारा वादी से अलग अलग तारीखों पर अलग अलग लेनदेन करके कुल 80 लाख रुपये ठग लिए।
इस मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में अभियुक्तों के खिलाफ आईपीसी धारा 420,120 बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट दर्ज कर विवेचना निरीक्षक विकास भारद्धाज को सौंपी गई व अभियुक्तो की धरपकड़ को सीओ अंकुश मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
एसटीएफ द्वारा मामले में छानबीन करने पर पाया कि जिन मोबाईल नम्बरों से वादी को व्हाट्सएप कॉलिंग की गयी थी वह ज़ेनो टेक्नोलॉजी के नाम से मुदस्सिर मिर्जा पुत्र जुबैर मिर्जा निवासी-तुर्कमान गेट चाँदनी महल, दिल्ली के नाम पर है। जिसके बाद एसटीएफ की एक टीम अभियुक्त की तलाश में दिल्ली गयी। अभियुक्त मुदस्सिर मिर्जा के विषय मे एसटीएफ द्वारा दिल्ली में स्थानीय तौर पर सूचना एकत्रित करते हुए बीते दिनों थाना चाँदनी महल क्षेत्र दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था तथा उसके कब्जे से लगभग 3000 सिम बरामद किये थे। एसटीएफ़ द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त मुदस्सिर मिर्जा से पूछताछ के आधार पर उसके और साथियों की गिरफ्तारी को अलग अलग स्थानों पर दबिश दी गयी। जिसमे एसटीएफ़ द्वारा आज सफलता हासिल करते हुए अभियुक्त के दो साथी दीपक अग्रवाल(47) पुत्र स्व0 घनश्याम अग्रवाल निवासी- 26/83 अम्बेडकर गली नं0-10 विश्वाश नगर नियर शर्मा समोसे वाला दिल्ली और गौरव गुप्ता(35) पुत्र स्वं राजेन्द्र गुप्ता निवासी एमबी-120 सकरपुर दिल्ली को आईटीओ दिल्ली से गिरफ्तार किया। अभियुक्तों के पास से एसटीएफ ने लैपटॉप, मोबाइल आदि सामान बरामद किया है।
गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों द्वारा फर्जी सोल प्रॉपराइटरशिप ,जीएसटी फार्मो का पंजीकरण, इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड बनाया जाना, एवं उद्यम आधार आदि दस्तावेजों के माध्यम से विभिन्न बैंको में करेंट अकाउंट खुलवाया जाता है जिनमे भारत भर से ठगी का शिकार हुए लोगो के पैसों को प्राप्त कर आगे ट्रांसफर कर अगले खातों से निकाला जाना संज्ञान में आया है। एसटीएफ द्वारा अभियुक्तों के आईडीएफसी व इंडसएंड बैंको मे खाते होने की पुष्टि की है, जिसमे बैंक द्वारा भौतिक केवाइसी वेरिफिकेशन आदि पर भी सवाल उठ रहे है। अभियुक्त के खातों में देश मे हुई अलग अलग ठगी के कुल 6 करोड़ 33 लाख रुपये की लेनदेन होने की साक्ष्य मिले है।
ज्ञात हो कि एसटीएफ द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किए गए अभियुक्त मुदस्सिर मिर्जा के पास से कोरपोरेट आईड़ी के नाम पर लिए गए सिम कार्ड बरामद किए गये थे, जिनका प्रयोग वह व्हाटसएप पर अपने बिजनेस की मार्केटिंग करने के लिए करता था। अभियुक्त द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार उसके द्वारा मुम्बई, बोरीवली में एक ऑफिस किराये पर लिया गया था और उसके द्वारा अपने कोरपोरेट आईड़ी पर अलग अलग समय पर एयरटेल से कुल 29 हजार सिम, वोडाफोन-आईडिया के 16 हज़ार सिम कार्ड खरीदे गये जिन सिमों को उसके द्वारा अपने अलग-अलग एजेण्टों को वितरित कर दिया गया।